ये 52 प्रतिज्ञान और प्रार्थनाएँ—वर्ष के प्रत्येक सप्ताह के लिए एक—आपको अपने अंदर सकारात्मक गुणों जैसे अच्छे स्वास्थ्य, इच्छा शक्ति, क्षमा, सुरक्षा, खुशी और कई अन्य को मजबूत करने में मदद करेंगी।

चिकित्सक जानते हैं कि हमारे विचार हमारे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर या बदतर होने के लिए प्रभावित करते हैं। हम अपने, गहराई तक जड़ें जमा चुके हानिकारक विचारों पर काबू पाने के लिए नियमित रूप से मनोवैज्ञानिकों और दवाओं की मदद लेते हैं। लेकिन हमारे पास स्वयं अपने विचारों को बदलने की शक्ति भी है, ऐसे तरीकों से जो अक्सर ,केवल मामूली रूप से प्रभावी और कभी-कभी पार्श्व-प्रभाव (Side-Effect) वाले ,उपचारों के पूरक या विकल्प प्रदान करते हैं।

यह प्रेरणादायक पुस्तक परम स्व-सहायता नियमावली है – व्यक्तिगत परिवर्तन के लिए एक शक्तिशाली उपकरण। लेखक स्वामी क्रियानंद सिखाते हैं कि नकारात्मक विचार अवचेतन मन में मौजूद होते हैं, जो हर दिन मानसिक रूप से हजारों बार फुसफुसाते हैं, “मुझे डर है, मैं थक गया हूं, मैं क्रोधित हूं.. . ।” सफलतापूर्वक काबू पाने के लिए, इन विचारों का अपने क्षेत्र में ही सामना करना होगा।

प्रतिज्ञान अवचेतन मन को प्रभावित करने और उन नकारात्मक विचारों को भलाई के सकारात्मक बयानों से बदलने का एक सिद्ध तरीका है। इस पुस्तक की प्रत्येक पुष्टि अवचेतन तक उस भाषा में पहुँचती है जिसे वह सुन और समझ सकता है।जहांअन्य विधियां विफल हो जाती हैं, वहां ये प्रतिज्ञान निश्चित रूप से सफल होंगे।